जानिठकैसे पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• चेयरà¥à¤¸, वà¥à¤¡à¥‡à¤¨ चेयरà¥à¤¸ से हैं बेहतर ?
जैसा कि हम सब जानते हैं आज के समय में, तरह-तरह की कà¥à¤°à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ देखने को मिलती है जिनमें से ही à¤à¤• है- पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€à¥¤ पिछले कà¥à¤› सालों में, अपने आकरà¥à¤·à¤• रंगों, चमकदार पà¥à¤°à¤µà¥à¤¤à¤¿ और वजन में हलà¥à¤•à¥€ होने के कारण पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ ने फरà¥à¤¨à¥€à¤šà¤° मारà¥à¤•à¤¿à¤Ÿ में अपना à¤à¤• बेहतरीन सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बना लिया हैं  और लकडियों की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ को इस रेस से à¤à¤• लेवल तक बाहर निकाल दिया । जानिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚लकडियों की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ समय के साथ पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ ने ले लिया।
१। पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ होती हैं जयादा किफायती
जैसा कि आप सब जानते हैं हमें हर जगह जैसे कि सà¥à¤•à¥‚ल, दफà¥à¤¤à¤° और घर में कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ पड़ती ही है और बहà¥à¤¤ बार कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ को इधर उधर ले जाना पड़ता है। लकडियों की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ जैसे कि बहà¥à¤¤ ही बडे आकार की होती है और उनका वजन à¤à¥€ अधिक होता है, हाठयह बात सच है कि लकड़ी की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ जयादा मजबूत होती है। पर रोजमरà¥à¤°à¤¾ की जिंदगी में लकडियों की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बदलना असंà¤à¤µ सा हो जाता है।
पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ का वजन बहà¥à¤¤ ही कम होता हैं, यंहा तक की à¤à¤• छोटा बचà¥à¤šà¤¾ à¤à¥€ उसे इधर उधर ले जा सकता हैं।
2।पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ देती हैं जेब को राहत
जैसा कि हम सब जानते हैं लकडियों की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ हमारी जेब को इतनी राहत देने में असमरà¥à¤¥ होती हैं। यंहा तक कि लकडियों की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ को जयादा रख रखाव की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ पड़ती है। पर पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ हमारी जेब का खयाल à¤à¥€ रखती है, इसके साथ ही इनहे कम रख रखाव की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती हैं।
3।पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ होती है परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के लिठअनà¥à¤•à¥‚ल
हम सब ही जानते हैं, लकड़ी की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ को बनाने के लिठहजारों पेड़ों की कà¥à¤°à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ दी जाती है, जो कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के लिठहानिकारक हैं।
उसी जगह पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ दà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— में à¤à¥€ लायी जा सकती हैं जिससे यह साबित होता है कि पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ पारयावरण के लिठजयादा अनà¥à¤•à¥‚ल होती हैं।
4। रख रखाव
लकडियों की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ रख रखाव की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती हैं। लकडियों की कà¥à¤°à¥à¤¸à¥€ पानी से खराब हो जाती हैं, और इनकी मरमà¥à¤®à¤¤ à¤à¥€ महंगी पड़ती हैं। दूसरी तरफ पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• कà¥à¤°à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के इतने रख रखाव की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ नहीं होती।
आप इनà¥à¤¹à¥‡ किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— में ला सकते हैं अगर मैली हो जाये तो à¤à¤• बार धोने से ही आप इनà¥à¤¹à¥‡ फिर से नया बनाकर, दोबारा पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— में ले सकते हैं ।